बॉलीवुड मेगास्टार अमिताभ बच्चन अपनी संपत्ति को बचाने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंचे हैं। उनके पांच बंगलों में से एक ‘प्रतीक्षा’ को लेकर लंबे समय से बीएमसी और अमिताभ बच्चन के बीच तनातनी चलती आ रही है। संत ज्ञानेश्वर मार्ग को चौड़ा करने के लिए बीएमसी की तरफ से उनके बंगले की दीवार तो’ड़े जाने की बात की जा रही है। जिसके लिए अमिताभ ने हाईकोर्ट में अर्जी लगाई थी।
हाई कोर्ट ने अमिताभ बच्चन राहत देते हुए बीएमसी के सामने अपना पक्ष रखने के लिए 3 हफ्तों का समय दिया है। इसके साथ ही दिए गए समय की बीच बीएमसी द्वारा एक्टर के बंगले पर कोई भी कार्रवाई करने पर भी रोक लगा दी गई है।
अर्जी की सुनवाई में हाईकोर्ट ने बीएमसी को इस मामले पर विचार करने और अमिताभ बच्चन से बात करने के लिए कहा है। फिलहाल बीएमसी की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया अब तक नहीं आई है।
गौरतलब है कि अमिताभ बच्चन का ये बंगला उस मार्ग पर है जिसे चौड़ा करने का कार्य बीएमसी द्वारा किया जा रहा है। ये रास्ता प्रतीक्षा से होकर इस्कॉन मंदिर की तरफ जाता है।
फिलहाल इस रास्ते की चौढ़ाई 45 फुट है, जिसे बीएमसी 60 फुट तक करना चाहती है। जिसके चलते बीएमसी की तरफ से अमिताभ को दीवार तोड़ने का नोटिस जारी किया गया है।
बता दें कि इसी इलाके में अमिताभ के अन्य तीन बंगले भी हैं। अमिताभ के मुंबई में कुल पांच बंगले हैं। प्रतीक्षा उनके परिवार द्वारा खरीदा गया बंगला है। जो उनके दिल के बेहद करीब है। अमिताभ 70 के दशक में इस बंगले में शिफ्ट हुए थे।
फिलहाल वो अपने परिवार के साथ जलसा में रहते हैं। जो दो मंजिला आलीशान बंगला है। अमिताभ का तीसरा बंगला ‘जनक’ है, जिसे उन्होंने अपनी फिल्म कंपनी सरस्वती पिक्चर्स का ऑफिस बनाया हुआ है। उनका चौथा बंगला ‘वत्स’ है और उनकी पांचवी संपत्ति जलसा के पास ही बताई जाती है।