इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो की बेटी सुकमावती सुकर्णोपुत्री ने इस्लाम छोड़कर हिं’दू धर्म की राह पकड़ ली है। सुकमावती ने मंगलवार को इंडोनेशिया की सबसे ज्यादा हिं’दू आबादी वाले स्टेट बाली में एक सेरेमनी ‘सुधी वादानी’ के दौरान हिंदू धर्म स्वीकार किया।
सुकमावती सुकर्णो की तीसरे नंबर की बेटी हैं। उनका पूरा नाम दायाह मुतियारा सुकमावती सुकर्णोपुत्री है। उनके हिं’दू धर्म स्वीकार करने का समारोह बाली के बाले आगुंग सिंगाराजा जिले में सुकर्णो हेरिटेज सेंटर में किया गया। मंगलवार को सुकमावती का 70वां जन्मदिन भी था।
यूसीए न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, समारोह के लिए सुकर्णो सेंटर में बेहद सख्त सुरक्षा इंतजाम किए गए थे और केवल 50 लोगों को ही बुलाया गया था, जिनमें से ज्यादातर उनके फैमिली मेंबर थे। कम लोगों को बुलाने का डिसीजन कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण भी लिया गया था।
दादी को भी हिंदू धर्म में था यकीन
CNN इंडोनेशिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सुकमावती के इस फैसले के पीछे उनकी दिवं’गत दादी इदा अयू नयोमान राई श्रीमबेन की प्रेरणा है, जो खुद हिंदू धर्म में यकीन रखती थीं।
सुकमावती के वकील ने तीन दिन पहले सभी को सुकमावती के फैसले की जानकारी दी थी। तब उन्होंने कहा था कि सुकमावती को हिंदू धर्म की काफी जानकारी है। वह हिंदू धर्म के सभी सिद्धांतों और परंपराओं से भी पूरी तरह वाकिफ हैं।
तीन साल पहले लगे थे इ’स्लाम निं’दा के आ’रोप
सुकमावती का हिंदू धर्म ग्रहण करने का निर्णय उनके ऊपर इस्लाम निं’दा को लेकर लगे आरो’पों के तीन साल बाद आया है। 2018 में कई समूहों ने उनकी तरफ से एक फैशन इवेंट में पेश की गई कविता को लेकर पु’लिस से शिका’यत की थी।
इन समूहों ने उन पर कविता के जरिए शरि’या कानू’न, हिजाब की आलो’चना करने और मुस्लिमों से प्रार्थना करने की अपील करने का आ’रोप लगाया था।
2019 में एक बार फिर उनके खिला’फ पु’लिस में शि’कायत की गई थी। इस बार उन पर नेशनल हीरोज डे के दिन अपने पिता सुकर्णो की तुलना पैगंबर मोहम्मद से करने का आरो’प लगा था। हालांकि पुलिस ने सबूतों की कमी के कारण ये सभी मामले बंद कर दिए थे।
यह भी है सुकमावती की पहचान
इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो की तीसरे नंबर की बेटी देश की 5वीं राष्ट्रपति मेघावती सुकर्णोपुत्री की छोटी बहन भी इंडोनेशियन नेशनल पार्टी (PNI) की संस्थापक हैं सुकमावती.कानजेंग गुस्ती पैंगेरन आदिपति आर्या मांगकुनेगरा IX से किया था निकाह.1984 में अपने पति से तलाक लेने के बाद राजनीतिक जीवन शुरू किया
सुकमावती पर इस्लाम की निं’दा का आ’रोप लगाने वाले खुश
सुकमावती के खिला’फ इस्ला’म की निंदा के आ’रोप में पुलिस में शिकायत दर्ज करने वाले वकील नावेल चैदिर हसन बामुकमिन ने उनके हिंदू धर्म अपनाने पर खुशी जताई है।
वकील ने यूसीए न्यूज से कहा, मैं बेहद खुश हूं। फाइनली उन्होंने अपनी धार्मिक भावनाएं साफ कर दी हैं। मैं इससे पहले उनके धर्म को लेकर बेहद संशय में था। वह खुद को मुस्लिम कहती थीं, लेकिन इस्लाम की निंदा करती थीं।
इंडोनेशिया के दूसरे सबसे बड़े इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन मुहम्मदिया के जनरल सेक्रेटरी अब्दुल मुफ्ती ने कहा कि वह सुकमावती के फैसले का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, यह सुकमावती का अपना फैसला है। उन्होंने हिंदुत्व को चुना है। उम्मीद है कि अब वह शांति और खुशी महसूस करेंगीं।
इंडोनेशिया सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश
इंडोनेशिया में इस्लाम ही प्रमुख धर्म है। दक्षिण-पूर्वी एशिया के इस देश में दुनिया की सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी रहती है। दुनिया की कुल मुस्लिम आबादी का करीब 12.7% हिस्सा यहां रहता है। हालांकि इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर बड़ी संख्या में हिंदू भी रहते हैं और यहां बहुत सारे मंदिर बने हैं।